
हार मानना ! वो तो हमें आता ही नहीं !!
26/10/2017 -अगर आपको मैं यह कहूँ की भास्करन अधिबन के शब्दकोश ( डिक्शनरी ) में हार मानना या असंभव जैसे शब्द नहीं है तो मेरा आपको यकीन कर लेना चाहिए क्यूंकी वाकई ऐसा ही है । अधिबन कभी हार नहीं मानते और यही बात उन्हे बेहद खास खिलाड़ी बनाती है और यह उन्होने कई मौको पर साबित भी किया है वह ना तो अपनी ओपनिंग में कोई प्रयोग करने से डरते है और ना ही हार के बाद अगला मैच पूरी जान लगाकर खेलने से हिचकते है । टाटा स्टील में वह विश्व चैम्पियन मेगनस कार्लसन को भी मात देने के करीब पहुँच गए थे और खैर पिछले कुछ वक्त से उन्हे रेटिंग का खासा नुकसान उठाना पड़ा है पर यकीन मानिए अधिबन का जज्बा और सोच दोनों ही उन्हे जल्द वापस 2700 को पार करने के करीब ले आएगी । होगेवीन में तीसरा मैच जीत कर बढ़त बनाने के बाद उन्हे लगातार दो हार का सामना करना पड़ा और ऐसे में जब राह मुश्किल नजर आ रही थी उन्होने जीत दर्ज करते हुए असाधारण वापसी की ।